२० वर्ष पुराना ये नगमा जिसका पहला अक्षर मिलाकर तुम्हारा नाम बनता है आज शादी की वर्षगाँठ पर अचानक याद आ गया गि ला न शिकवा खुदा से कोई रि स्ता जो मिला तेरे प्यार का रा तो को अकसर देखा था, ज ब ख्वाब तेरे दीदार का। कि स्मत ने मुझको दे दिया आज शौ हर मेरा दिलदार सा, र ब से दुआ है इतनी बस ग म का न अब कोई साथ मिले र हू तेरी बन के तेरे दिल मे हमेशा ग लती से भी हमारा विश्येवास न हिले । -शालिनी गर्ग
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