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Showing posts from May, 2021

लूडो जैसा कोरोना

  कल हमनें जब ओन लाइन लूडो गेम खेला , तो दिल हमारा हमसे कुछ इस तरह ये बोला। अरे इसका   तो अभी नाम बदल देना चाहिए , लूडो की जगह इसे अब कोरोना पुकारना चाहिए । इसमें भी तो गोटी को घर में रहना होता है , छ: नंबर न आने तक क्वारंटीन करना पड़ता है । अगर जीतना हो तो भीड़ से हटकर चलना पडता है , रास्ते भर बिन टकराए मंजिल पर पहुँचना होता है। बस हर कदम को संभालकर ही बाहर रखना है , ऐसे ही तो इस लूडो वाले कोरोना से जीतना है ।

कैसे ईद मनाये हम

  आया कैसा मंजर ऐ खुदा, कहो कैसे ईद मनाये हम। हर आँख से अश्क छलकता, किस किस को समझायें हम।। रहमत को तेरी तरस रहे , सलामती की दुआ हैं माँग रहे। खुशियों की क्या बात करें, मुस्कुराने को तरस गये है हम।। आया कैसा मंजर ऐ खुदा कहो कैसे ईद मनाये हम। हर आँख से अश्क छलकता किस किस को समझायें हम।। ख्वाहिशों के कारण हमसे, हो गया है शायद बहुत जुल्म। माना रूसवा हो गया तू, पर कर दो अपना अब रहम।। आया कैसा मंजर ये खुदा, कहो कैसे ईद मनाये हम। हर आँख से अश्क छलकता, किस किस को समझायें हम। ऐ मौला भूले बख्श दो, सबक सीख लियें है अब हम। छोटी सी यही गुजारिश लेकर आये इस ईद पर हम।। आया कैसा मंजर ये खुदा कहो कैसे ईद मनाये हम। हर आँख से अश्क छलकता किस किस को समझायें हम। शालिनी गर्ग                          

लैट्स प्ले होली

  लैट्स प्ले होली अरे फागुन आया हाँ जी , होली संग लाया हाँ जी , मस्ती भी छाई हाँ जी , मैं शॉपिंग में लग गई हाँ जी , गुँजिया भी बनाई हाँ जी , खूब होली खेली हाँ जी , सखियों संग खेली हाँ जी , बच्चों संग खेली हाँ जी , मेरे वो न खेले हाँ जी , मैंने फोन लगाया हाँ जी , अजी , सुनते हो जी , हाँ जी , जवाब ना आया हाँ जी , मैं सेड हो गई हाँ जी , तभी डोर बैल बजी , हाँ जी , मेरे वो ही थे जी , हाँ जी , पर क्या मैं देखूँ हाँ जी , साथ में कौन लाए हाँ जी , वो तो गोरी गोरी हाँ जी , मिनी स्कर्ट वाली हाँ जी , सोफे पे बिठाया हाँ जी, उसे चाय पिलाई हाँ जी , गुंजिया भी खिलाई हाँ जी , मेरे वो बोले हाँ जी , अजी , सुनती हो जी हाँ जी , गुलाल तो लाओ हाँ जी , दोनों ने लगाया हाँ जी , हँस हँस के लगाया हाँ जी , तभी मैडम कुछ बोली हाँ जी , माई आइज़ बर्निंग हाँ जी , वाशरम कहाँ हैं हाँ जी, ये पीछे पीछे हाँ जी , मैने हाथ पकडा हाँ जी अजी चिल्ली थी जी, हाँ जी अजी , बुरा न मानो, हाँ जी , हैप्पी होली है जी , हाँ जी , आओ हम तुम ...

“जीत जाएँगे हम”

  जीत जाएँगे हम हो कठिन कितनी डगर, हौसला न करना तू कम,   आत्मविश्वास के संग करन , अपनी आवाज बुलंद। जोश के साथ कहना बस यही, “जीत जाएँगे हम”।। दुख की कोई घड़ी आए, उसका ना तू करना गम, धैर्य और सूझबूझ से , बस तू करना अपना करम।। जोश के साथ कहना बस यही “जीत जाएँगे हम” गलत बात से ना घबराना, ना रखना तू कोई भ्रम, निडर होकर आवाज उठाना, सच से ना करना शर्म। जोश के साथ कहना बस यही “जीत जाएँगे हम”।। मंजिल पर पँहुचने तक, मुश्किलों में ना जाना थम, कोशिश और मेहनत से सफल होगा तेरा हर यतन। जोश के साथ कहना बस यही “जीत जाएँगे हम”।।   असफलता गर कभी मिले निराश ना करना तू मन,   फौलादी इरादों के साथ, सफल होना है तेरा धरम।   जोश के साथ कहना बस यही “जीत जाएँगे हम”।।   वतन की शान के लिए, न पड जाना तुम नरम,   देश के गौरव की खातिर ,न करना किसी पर रहम।   जोश के साथ कहना बस यही “जीत जाएँगे हम”।।     

माँ तू ही है

                        माँ तू ही है माँ तू आज मेरे सामने न सही पर मेरे करीब जो भी है सब तू ही तू हैं । मेरे दिल में , मेरे ख्यालों में , मेरी साँसों में मेरी बातों में बस तू ही तू है। मुस्काती हुई , बतियाती हुई , सहलाती हुई और झिडकती हुई माँ तू ही तू है। मेरे दर्द में , मेरी आह में , मेरी सिसकियों में , मेरी मन्नतो में माँ तू ही तू है। चाय की चुस्की में , कुरकुरी रोटी में , दाल के घी में , आम की मिठास में तू ही तू है। फोन की स्क्रीन में , व्हाट्सअप डीपी में , हर फोन की घंटी में माँ तू ही तू है। अलमारी के सजे कपडों में , मेरे सुंदर आभूषणों में माँ तेरी पसंद और तू ही तू है। मेरे शब्दों में , मेरी खामोशी में , मेरे गीत में , मेरे साज में माँ बस तू ही तू है। मेरी बोली में , मेरे अंदाज में , मेरी आदतों में , मेरी सूरत में भी माँ तू ही तू है। मेरे ख्वाबों में , मेरी परछाई में साया बनकर मेरे साथ हर तरफ माँ तू ही तू है। माँ तू आज मेरे सामने न सही पर मेरे करीब जो भी है सब तू ही तू हैं ।

माँ शारदे मुझ पर, कृपा कीजिए

  माँ शारदे मुझ पर , कृपा कीजिए माँ शारदे मुझ पर , कृपा कीजिए मेरी लेखनी को , सँवार दीजिए अज्ञान के अंधेरो से , ह्रदय मेरा भरा हुआ , ज्ञान का दीपक आके , माँ जला दो जरा।। अज्ञान के अंधेरो से , ह्रदय मेरा भरा हुआ , ज्ञान का दीपक आके , माँ जला दो जरा।। ह्रदय मेरा ज्ञान से-2 ,    भर दीजिए मेरी लेखनी को , सँवार दीजिए माँ शारदे मुझ पर कृपा कीजिए श्वेत वस्त्र धारण किए , कमल पर विराजती   सुरों की माँ सरस्वती , वीणा को थामती श्वेत वस्त्र धारण किए , कमल पर विराजती सुरों की माँ सरस्वती , वीणा को थामती मेरे कंठ को माँ -2 सुर ताल दीजिये मेरी लेखनी को , सँवार दीजिए माँ शारदे मुझ पर , कृपा कीजिए माँ शारदे मुझ पर , कृपा कीजिए    

कृष्ण भजन माखन चुराते हो

 कृष्ण भजन माखन चुराते हो , कान्हा दिल चुराते हो बंसी बजाकर के, मेरी सुधबुध चुराते हो मेरी नींद चुराते हो, मेरा चैन चुराते हो नैन मिलाकर के मेरा दिनरैन चुराते हो माखन चुराते हो , कान्हा दिल चुराते हो बंसी बजाकर के मेरी सुधबुध चुराते हो मेरा डर चुराते हो, मेरा क्रो ध चुराते हो प्रेम जगा करके, मेरा हरगम चुराते हो अभिमान चुराते हो,मेरा अज्ञान चुराते हो पल भर में मेरे पापों, को कान्हा चुराते हो माखन चुराते हो , कान्हा दिल चुराते हो बंसी बजाकर के मेरी सुधबुध चुराते हो अभी चोरी की है तो, सजा सुननी पड़ेगी मेरे दिल की जेल में, अब ये बेडी पड़ेगी मेरे दिल की जेल से रिहाई हो नहीं पाएगी मेरे अंत समय में ही ये बेडी खुल पाएगी माखन चुराते हो , कान्हा दिल चुराते हो बंसी बजाकर के मेरी सुधबुध चुराते हो  

सरस्वती वंदना

          सरस्वती वंदना जय माँ सरस्वती , जय मां हंस वाहिनी , आपका आशीर्वाद चाहती है शालिनी। ज्ञान का अमृत भरना जय माँ ज्ञानदायिनी , कंठ को सुरताल देना , जय मां वीणावादिनी जय मां सरस्वती , जय मां हंसवाहिनी आपका आशीर्वाद चाहती है शालिनी।। दयाप्रेम मुझमें जगाना , जय माँ करूणादायिनी , सत्य की मैं जोत जलाऊँ , जय मां ज्योतिर्दायिनी। जय मां सरस्वती , जय मां हंसवाहिनी आपका आशीर्वाद चाहती है शालिनी। चरणों में निवास देना जय माँ पदमआसिनी करजोड वंदन आपको , जय माँ मंगलकारिणी जय मां सरस्वती , जय मां हंसवाहिनी आपका आशीर्वाद चाहती है शालिनी।