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Showing posts from February, 2025

कहानी 2 गीता रथ कुछ कहता है (भगवद्गीता सरल कहानियाँ)

  गीता रथ कुछ कहता है दृश्य 1: दादाजी का कमरा ( राहुल उत्साहित होकर दौड़ता हुआ दादाजी के पास आता है। दादाजी आराम कुर्सी पर बैठे हैं।) राहुल: ( उछलते हुए) "दादाजी! दादाजी! पता है आपकी वीडियो पर अब तक के सबसे ज़्यादा व्यूज़ आए हैं। सब लोग कह रहे हैं कि आगे भी कहानी सुननी है। प्लीज़ दादाजी , आगे भी सुनाइए ना।" दादाजी: ( मुस्कुराते हुए) "फिर से वीडियो बनाएगा राहुल ?" राहुल: ( मोबाइल हाथ में लेकर हँसते हुए) "हाँ , दादाजी!" दादाजी: " तो पहले गीता की किताब और मेरा चश्मा उठा ला। और ये बता , पिछली वीडियो से क्या सीखा ?" राहुल: ( कुर्सी के चक्कर लगाते हुए , हाथ ऊपर घुमाते हुए) "दादाजी , मैंने सीखा था कि हमारे अंदर ही गुणों के पांडव और अवगुणों के कौरव रहते हैं। हमें बाहर किसी से युद्ध नहीं करना होता , हमें स्वयं से युद्ध करना है। अपने गुणों को शस्त्र बनाकर अपने अवगुणों को हराना है। जिसमें भगवान कृष्ण हमारी मदद सारथी बनकर करते हैं।" दादाजी: " बहुत बढ़िया , राहुल! अब बैठ जाओ और बताओ , क्या तुमने यह युद्ध करने की कोशिश की ?...

कहानी एक गीता स्वयं से युद्ध ( भगवद्गीता सरल कहानियाँ)

गीता सरल कहानियाँ                         गीता स्वयं से युद्ध   एक था राहुल, “नाम तो सुना ही होगा” यही कहता था जब अपना परिचय देता था। राहुल , किशोर उम्र का लड़का , थोड़ा शरारती और भोला , मस्ती का पहन चोला उछलकूद करता ही रहता था। कल उसका जन्मदिन था , जिसे उसने परिवार और दोस्तों के साथ धूमधाम से मनाया। बहुत मजा आया और सबसे ज्यादा उसे अच्छा लगा की उपहार में मम्मी पापा ने मोबाइल दिया, वो भी उसकी मनपसंद कंपनी, मनपसंद फीचर्स जो भी उसे चाहिए था सब था उसमें। अब जो राहुल नाम का शाहरुख खान उसके अंदर सोया था वह जाग चुका था। राहुल: (उत्साहित होकर) "अब मैं भी रील बनाकर अपने फॉलोअर्स बढ़ाऊंगा!" ( राहुल तरह-तरह के डायलॉग्स पर लिपसिंग करने और जोक्स पर रील बनाने में लग जाता है। बहुत मजा भी आता था पर समय तो पंक्षी सा उड जाता उसे पता ही नहीं चलता। मम्मी: (चिल्लाते हुए) "राहुल! होमवर्क कब करोगे ? बस सारा दिन मोबाइल में ही लगे रहो , जल्दी आओ!" राहुल: (घबराते हुए) "बस मम्मी , दो मिनट!" ( लेकिन वो आधे घंटे बाद आता है और जल्दी-जल्द...